अभेदतत्त्वम्।
© चन्द्रहासः।
भेदः
श्यामाश्यामयोर्मिथ्या नैव सः पारमार्थिकः।
रक्षतः सज्जनान् सत्यं द्वावेतौ खलनाशकौ॥
श्यामा तथा श्याम अर्थात भगवती मां काली एवं भगवान श्रीकृष्ण
मे भेद मिथ्या है। वह भेद पारमार्थिक नही है। सत्य है कि, यह दोनों सज्जनों की रक्षा तथा
दुष्टों का नाश करते है।
तस्माद् भक्तः सदा
ध्यायेत् बन्धुं च मातरं तथा।
इष्टदं फलदं ध्यानं कार्यं नृणा तथा सदा॥
अतः भक्त ने बन्धु श्रीकृष्ण एवं मां काली का ध्यान करना
चाहीए। इष्ट देनेवाला, फलदायी ऐसा (अभेद जानकर)
ध्यान मनुष्यने करना चाहीए।
अभेदतत्त्वमेतत् तु
स्मरणीयं नृणा खलु।
यदा ध्यायाति चेश्वरौ रामेश्वररमेश्वरौ॥
मनुष्यने यह अभेदतत्त्व का जब वह भगवान रामेश्वर तथा भगवान
रमेश्वर का ध्यान करता है, तब स्मरण करना चाहीए।
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